हिंदी कहानी :- "लालच "-
"Lalach" Hindi Short Story for Kids:-
LALACH - Story for Kids:
एक गाँव में एक बहुत ही लालची व्यक्ति रहता था। वह हररोज अपने खेतों में जाकर के काम करता था।
और साथ ही साथ आसपास के खेतों के फसलों को चुरा कर काट लिया करता था। उसमें लालच इतना कूट-कूट के भरा था की वह किसी भी चीज को लालच की नजर से ही देखता था।
एक दिन जब वह अपने खेतों में काम कर रहा था तभी उसको जमीन के नीचे खुदाई करने पर एक कुदाल निकला। वह उस कुदाल को देखने लगा तभी उस कुदाल से आवाज आई की मैं एक जादुई कुदाल हूँ। तुम जितनी बार मुझसे अपनी जमीन की खुदाई करोगे उतनी ही तुम्हें सोने के सिक्के मिलेंगे। लेकिन तुम्हारे जीवन के उतने ही दिन काम हो जाएंगे। अतः इसका एक उपाय है की तुम इसे जितनी बार खुदाई करना उतने ही दिनों के लिए इसे रख देना और फिर इतने दिनों बाद ही इस कुदाल का प्रयोग करना। ताकि फिर से तुम्हारा वह जीवन वापस लौट जाए और फिर से तुम अपना पूरा जीवन जी सको।
वह लालची आदमी ने उस कुदाल को लेकर के खोदना शुरू कर दिया उसको सोने के सिक्के मिलाने लगे।
अब वह लालच में आकर इतनी खुदाई कर दिया जितना उसका पूरा आयु बचा था और अंत में जाकर के उसकी मृत्यु हो गयी। क्योंकि उसकी जिंदगी का कोइ दिन बचा ही नहीं था क्योंकि जितने दिन थे उसके जीवन की उसने सोने के सिक्के प्राप्त कर चूका था। इस तरह से वह अधिक लालच करने की वजह से अपनी जान गवा बैठा।
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलाती है की हमें लालच नहीं करना चाहिए। अगर हम अधिक लालच करते हैं तो उसका फल बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है। हमें किसी भी वरदान का प्रयोग उसकी सीमा में रहकर और सोच समझकर ही करना चाहिए अन्यथा वह वरदान अभिशाप में बदल सकता है .
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